हल्द्वानी। साइबर अपराध पर कड़ा प्रहार करते हुए नैनीताल पुलिस ने एपीके फाइल के जरिए ऑनलाइन ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। तल्लीताल पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान चार आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से भारी मात्रा में मोबाइल, सिम कार्ड, बैंक दस्तावेज और क्यूआर कोड बरामद किए। जांच में सामने आया कि गिरोह के बैंक खातों में 3.37 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ था। कार्रवाई में सफलता पर एसएसपी नैनीताल डॉ. मंजूनाथ टी.सी. ने पुलिस टीम को ₹5000 इनाम देने की घोषणा की।
एसएसपी ने बताया कि जिले में साइबर अपराध पर अंकुश लगाने को लेकर सभी थाना प्रभारियों को सतर्कता और कड़ी चेकिंग के निर्देश जारी किए गए थे। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक डॉ. जगदीश चन्द्र और क्षेत्राधिकारी अमित कुमार के निर्देशन में तल्लीताल पुलिस ने 15 नवंबर की रात भेडियापखाण मोड़, दोगांव के पास अभियान चलाया। इस दौरान संदिग्ध कार नेक्सन (HR98P/1642) को रोककर चेक किया गया। वाहन में बैठे चार युवक संदिग्ध पाए गए, जिसके बाद वाहन और व्यक्तियों की गहन तलाशी ली गई।
तलाशी में पुलिस ने 11 मोबाइल फोन, 9 सिम कार्ड, 1 आधार कार्ड, 3 पैन कार्ड, 3 QR कोड, 2 चेकबुक, 1 क्रेडिट कार्ड और 9 डेबिट कार्ड बरामद किए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सोशल मीडिया पर लोगों को APK फाइल भेजते थे। जैसे ही पीड़ित फाइल इंस्टॉल करता, आरोपियों को उसके मोबाइल का पूरा एक्सेस मिल जाता था। इसके बाद वे बैंक से जुड़े OTP, लेन-देन और खाते की जानकारी हासिल कर ठगी की रकम विभिन्न “म्यूल/होल्डर” खातों में मंगाते थे, जिससे पुलिस तक उनकी सीधी पहुंच न हो सके।
बरामद क्यूआर कोड में से एक खाता दिल्ली के थाना शाहदरा में दर्ज मुकदमा संख्या 22/2025 से जुड़ा पाया गया है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस से जानकारी साझा की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शुभम गुप्ता, निवासी अलवर (राजस्थान), पियूष गोयल, निवासी बुलंदशहर, ऋषभ कुमार, निवासी मोदीनगर, गाजियाबाद और मोहित राठी, निवासी गुरुग्राम के रूप में हुई है।
गिरोह के पास से महंगे स्मार्टफोन्स सहित कुल 11 मोबाइल बरामद किए गए, वहीं वाहन से तीन अतिरिक्त फोन और 9 सिम कार्ड भी मिले। पुलिस ने उपयोग में लाए जा रहे नेक्सन वाहन को भी सीज कर लिया है।
कार्रवाई करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक भवाली प्रकाश मेहरा, थानाध्यक्ष तल्लीताल मनोज सिंह नयाल, उपनिरीक्षक श्याम सिंह बोरा, कांस्टेबल राजेंद्र जोशी, धर्मेंद्र साहनी, चालक दीपक जोशी और साइबर सेल के कांस्टेबल नरेंद्र धामी शामिल रहे।


