उत्तराखंड में
सरकारी स्कूलों के कक्षा 11 और 12 वीं के छात्र-छात्राओं के आधार बायोमीट्रिक को राज्य स्तर पर अभियान चलाकर अपडेट किया जाएगा। बायोमीट्रिक अपडेट न होने से नीट, जेईई, सीयूईटी परीक्षा के लिए आवेदन कर रहे छात्रों के सामने मुश्किल आ रही है। छात्र-छात्राएं अपने आवेदन फार्म नहीं भर पा रहे हैं।
बेसिक शिक्षा निदेशक रामकृष्ण उनियाल ने सभी सीईओ, डीईओ, उपशिक्षा अधिकारियों को इस बाबत गाइडलाइन जारी की है। हर जिले में कक्षा 11 और 12 के छात्रों को चिह्नित कर उनके आधार बायोमीट्रिक को नए सिरे से दर्ज कराया जाएगा। दरअसल,इंटर मीडिएट के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के सामने आधार बायोमीट्रिक अपडेट न होना एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आ रहा है।
यह समस्या उनके सामने ज्यादा है, जिनका आधार कार्ड कम उम्र में बना है। समय के साथ साथ शरीर में होने बदलाव की वजह से पुराने कार्ड में दर्ज उनके बायोमीट्रिक पहचान चिह्न में भी काफी बदलाव आ जाता है। छात्र जब आवेदन करते हैं तो सिस्टम उनके फार्म स्वीकार नहीं करता। आधार बायोमीट्रिक की वजह से हो रही मुश्किलें केवल उत्तराखंड तक सीमित नहीं है।
बल्कि दूसरे राज्यों में भी छात्र इस समस्या से जूझ रहे हैं। कई मौकों पर छात्रों का आवेदन पत्र खारिज हो जाने की वजह से उनकी परीक्षा छूट गई है। इस प्रकार के केस सामने आने पर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को इस दिशा में गंभीरता से पहल करने के निर्देश दिए हैं।