उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में सोमवार रात बादल फटने की भीषण घटना में चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि लगभग 70 लोग लापता बताए जा रहे हैं। घटना ऊंचाई वाले इलाके में हुई, जिससे खीरगंगा नदी में अचानक सैलाब आ गया और आसपास के क्षेत्रों में भारी तबाही मच गई।
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों ने सुबह से ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। हालांकि, लगातार हो रही भारी बारिश और खराब मौसम के चलते अभियान में बाधा आ रही है।
राज्य सरकार ने तत्काल भारतीय वायुसेना से दो एमआई-17 और एक चिनूक हेलिकॉप्टर की मांग की है ताकि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके और राहत सामग्री पहुंचाई जा सके।
घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य सरकार और सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय के साथ काम कर रही हैं, और प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
उत्तरकाशी जिले में लगभग दो घंटे के भीतर तीन अलग-अलग स्थानों पर आपदा से जुड़ी घटनाएं सामने आईं, जिससे क्षेत्र में व्यापक नुकसान हुआ है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में पहुंचकर मुख्यमंत्री धामी ने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यों में और तेजी लाई जाए।
राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।