उत्तराखंड में एक परिवार की खुशियाँ उस वक्त मातम में बदल गईं, जब बेटी की शादी की तैयारियों में जुटा बीएसएफ का जवान अचानक चल बसा।
गढ़वाल मंडल के रुद्रप्रयाग जिले के कमसाल गांव निवासी और बीएसएफ में तैनात हेड कांस्टेबल लखपत लाल (48 वर्ष) का दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया। वे अपनी बेटी की शादी के लिए छुट्टी पर घर आए हुए थे। बेटी की शादी आगामी 5 मई को प्रस्तावित थी, लेकिन उससे पहले ही 28 अप्रैल को यह दुखद घटना हो गई।
जानकारी के अनुसार, 28 अप्रैल को हेड कांस्टेबल लखपत लाल स्वास्थ्य जांच के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) अगस्त्यमुनि गए थे। जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी। इसके बाद वे दवाएं लेकर अपने विजयनगर स्थित आवास लौट आए, जहां उनका परिवार भी रहता है। शाम करीब 6 बजे उन्होंने सीने में तेज दर्द की शिकायत की और देखते ही देखते बेहोश हो गए। परिजन तुरंत उन्हें सीएचसी अगस्त्यमुनि लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
29 अप्रैल को सौड़ी स्थित मंदाकिनी नदी के पैतृक घाट पर हेड कांस्टेबल लखपत लाल का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान आईटीबीपी और उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी और पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उनके बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी।
स्थानीय निवासी डीएल मंगवाल ने बताया कि लखपत लाल वर्तमान में मणिपुर में तैनात थे और बेटी की शादी के लिए कुछ दिनों की छुट्टी लेकर घर आए थे। उनके निधन से न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर है। वे अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं।