उत्तराखंड के चंपावत जिले के पाटी ब्लॉक के रमक गांव में हुए खूनी संघर्ष मामले में सोमवार को दूसरी मौत हुई है। इस घटना में घायल युवक की एसटीएच में मौत हो गई है। जबकि इस मामले में रविवार को आरोपी दम तोड़ चुका है। साथ ही एक महिला और युवक की हालत अभी भी स्थिर बताई जा रही है।
बता दें कि 15 जून की रात रमक निवासी दयानंद जोशी (37) अपने घर से चाकू लेकर गांव के दो युवकों जीवन (24) और खिलानंद (34) को मारने के लिए निकला था। दयानंद की मां ने बेटे को जाने से रोकने की कोशिश की, इस प्रयास में मां पार्वती देवी के पेट में चाकू लग गया और वह बुरी तरह से घायल हो गई। दयानंद ने आवेश में आकर दोनों युवकों को जख्मी किया और अंत में खुद को भी बुरी तरह घायल कर लिया था। स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस ने चारों घायलों को पाटी अस्पताल पहुंचाया था।
चारों घायलों को पाटी से चम्पावत जिला अस्पताल और फिर जिला अस्पताल से 16 जून की सुबह हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया था। हल्द्वानी के एसटीएच में भी अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि पार्वती देवी और जीवन का इलाज चल रहा है। 15 जून की रात रमक गांव में मां और दो ग्रामीणों पर हमला करने वाले व्यक्ति दयानंद जोशी (37) की 16 जून को हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में मौत हो गई थी।
वहीं 17 जून को एक और शख्स खिलानंद (34) ने हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। दयानंद जोशी और खिलानंद के शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है। रमक में हुए खूनी संघर्ष में अभी दो लोग बुरी तरह घायल हैं।