महिला सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर मंत्रीजी द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में जहां एक ओर कांग्रेस समेत कई सामाजिक संगठनों ने विवादित बयान देने पर मध्य प्रदेश सरकार के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन तेज कर दिए हैं, वहीं भाजपा के भीतर से भी आवाजें उठने लगी हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, *”विजय शाह की मंत्री पद से बर्खास्तगी और FIR, दोनों कार्रवाई तुरंत होनी चाहिए। उन्होंने पूरे देशवासियों को लज्जित किया है।”*
इस पूरे मामले में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए बड़ा फैसला सुनाया है। अदालत की युगल पीठ, जिसमें जस्टिस अतुल श्रीधरन और जस्टिस अनुराधा शुक्ला शामिल हैं, ने राज्य के महाधिवक्ता प्रशांत सिंह को निर्देश दिया कि मंत्री विजय शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और यह कार्रवाई बुधवार शाम तक पूरी हो। अदालत ने मीडिया में आई खबरों के आधार पर यह आदेश दिया।
इधर, कांग्रेस ने भी सरकार पर दबाव बढ़ाते हुए भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में मंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि विजय शाह का बयान न सिर्फ एक महिला सैन्य अधिकारी का अपमान है, बल्कि यह देश की एकता और अखंडता को भी ठेस पहुंचाने वाला है।
गौरतलब है कि मंत्री विजय शाह का एक वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस वीडियो के सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है और अब यह मामला कानूनी मोड़ भी ले चुका है।
**अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि भाजपा नेतृत्व इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या विजय शाह को मंत्री पद से हटाया जाएगा।**