किसानों को “कसाई” और “नशे के सौदागर” बताते हुए हरियाणा के बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने हाल ही में एक विवादित बयान दिया। उनके अनुसार, किसान आंदोलन के दौरान 700 लड़कियां गायब हुईं, और पंजाब के किसानों ने हरियाणा में नशे का व्यापार फैलाया है। उनका यह भी कहना था कि टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के नशेड़ी किसानों ने हरियाणा में नशे का जाल फैलाया, जिसके कारण वहां के युवा नशे की लत में फंस गए हैं।
इसके अलावा, जांगड़ा ने किसान नेताओं राकेश टिकैत और गुरनाम चढूनी की हार को लेकर भी बयान दिया, यह कहते हुए कि दोनों नेता चुनावी हार के बाद अपनी “हैसियत” खो चुके हैं और उनका प्रभाव खत्म हो चुका है। उन्होंने यह भी दावा किया कि केंद्र और राज्य सरकारें इतना अच्छा काम कर रही हैं कि अब किसानों को किसी आंदोलन की जरूरत नहीं।
जांगड़ा के इस बयान पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने तीखी प्रतिक्रिया दी, और बीजेपी सांसद से माफी की मांग की। पंधेर का कहना था कि बीजेपी इस तरह के बयान देकर किसानों को भड़काना चाहती है और उन्हें कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उनका यह भी कहना था कि पंजाब के किसान आज भी उनके साथ हैं और उनका संघर्ष जारी रहेगा, जैसा पहले किसान आंदोलन में हुआ था।