नीट यूजी पेपरकेस लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बिहार पुलिस ने जिस अनुराग यादव नाम के परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया था, उसका कबूलनामा सामने आया है।
उसने स्पष्ट कहा कि उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने ही उसे कोटा से पटना बुलाया था। कहा था कि परीक्षा में सब सेटिंग हो चुका है। इसके बाद चार मई की रात पटना के एक रेस्ट हाउस में अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया। इनलोगों ने मुझे नीट के परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दिया। रात भर में पेपर रटवाया गया।
अनुराग ने यह भी खुलासा किया कि अगले दिन जब मैं परीक्षा देने सेंटर पर पहुंचा तो प्रश्न देखकर दंग रह गया। सभी प्रश्न वही थे जो रात में मैंने पढ़ा था। इसके बाद पुलिस ने अनुराग को गिरफ्तार कर लिया था। अनुराग के कबूलनामे के बाद यह स्पष्ट हो गया कि बिहार में पेपरलीक हुआ था।
बता दें कि नीट पेपरलीक केस में जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गेस्ट हाउस की इंट्री रजिस्टर में जिस अनुराग यादव का नाम दर्ज है, ये वही शख्स है। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने पहले ही सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को तेजस्वी प्रसाद यादव के निजी सचिव प्रीतम का करीबी बता चुके हैं। इतना ही नहीं पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने दावा किया है कि पेपर लीक केस के आरोपियों के संबंध राजद के टॉप थ्री लोगों से है।
आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों का कहना है कि अब तक की छानबीन में सॉल्वर गैंग के पास 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड मिले थे। इनमें से चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बाकी 9 परीक्षार्थियों के बारे में जानकारी के लिए EOU ने परीक्षा का संचालन करने वाली एजेंसी NTA से जानकारी मांगी थी। जानकारी मिलने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों का कहना है कि सभी अभ्यर्थी बिहार के अलग-अलग जिलों से हैं।