उत्तराखंड में भूमि धोखाधड़ी के मामलों में बढ़ोतरी का एक ताजा मामला सामने आया है। राजधानी देहरादून की डिफेंस कॉलोनी में, एक खुली जमीन को फर्जी तरीके से बेचने के आरोप में 15 सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों समेत 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इन अधिकारियों के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने सैन्य सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद, डिफेंस कॉलोनी के समय-समय पर पदाधिकारी रहते हुए, सरकारी भूमि पर छेड़छाड़ कर प्लॉट तैयार किए और उन्हें सर्किल रेट से भी कम कीमत पर बेचकर अवैध लाभ अर्जित किया। यह भूमि पहले पार्क और अन्य सुविधाओं के लिए आरक्षित थी, लेकिन आरोप है कि इन जमीनों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेच दिया गया।
इस मामले की शुरुआत सेवानिवृत्त कर्नल रमेश प्रसाद की शिकायत से हुई थी, जिन्होंने धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप लगाए थे। मुकदमा द सैनिक सहकारी आवास समिति के तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ दर्ज किया गया है, जिनमें सेवानिवृत्त कर्नल आरएस कली, एसम गुसाईं, आरएस पैन्यूली समेत अन्य सैन्य अधिकारी शामिल हैं। इस मामले को लेकर पुलिस की जांच जारी है और आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।