हल्द्वानी। बनभूलपुरा दंगे में शामिल बुर्कानशीनों की कारस्तानी अब उजागर होने लगी है। इस मामले में पुलिस ने पांच महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि कई अन्य पुलिस की रडार पर हैं। एसएसपी ने बताया कि ये सभी महिलाएं 8 फरवरी को बनभूलपुरा हिंसा में शामिल थीं। सीसीटीवी फुटेज खंगालने और जांच के बाद इन महिलाओं को पकड़ा गया है। इस मामले में अब तक 89 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल, आठ फरवरी को बनभूलपुरा के मलिक का बगीचा में अवैध धार्मिक स्थल ध्वस्त करने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। उपद्रवियों ने पथराव करते हुए पुलिस के साथ ही नगर निगम और मीडिया कर्मियों पर हमले बोले थे। जिसमें कई घायल हो गए थे। इसके अलावा बनभूलपुरा थाने के साथ-साथ कई सरकारी और निजी वाहनों को भी फुंक दिया गया।
स्थिति नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को कर्फ्यू भी लगाना पड़ा। इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने तीन मुकदमे दर्ज किए। इस हिंसा में करोड़ों की सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। हिंसा के बाद से पुलिस लगातार उपद्रवियों की धरपकड़ के लिए कार्रवाई कर रही है। हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक, उसके पुत्र अब्दुल मोईद समेत 84 दंगाईयों को गिरफ्तार कर लिया गया। अब इस मामले हिंसक भीड़ में शामिल 5 महिलाएं पकड़ी गई हैं।
एसएसपी ने बताया कि जिन पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है, उनमें दिवंगत जमील अहमद की पत्नी शाहनाज, उम्र 45 साल, नाजिम मिकरानी की पत्नी सोनी, उम्र 33 साल, दिवंगत जमील अहमद की बेटी शमशीर, उम्र 25 साल, नफीस अहमद की पत्नी सलमा, उम्र 50 साल, मोहम्मद यामीन की पत्नी रेशमा, उम्र 45 साल शामिल हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा के मुताबिक, पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की वीडियो रिकार्डिंग और सीसीटीवी की जांच के बाद कुछ हिंसक गतिविधियों में शामिल महिलाओं को भी चिन्हित किया था। इनमें से पांच महिलाओं को आज गिरफ्तार किया गया है। इन महिलाओं पर आठ फरवरी को हिंसक घटना में शामिल होने का आरोप है। बताया कि अन्य आरोपियों की पहचान अभी की जा रही है।