हल्द्वानी। बनभूलपुरा हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रही महिलाओं से अभद्र व्यवहार संबंधी वीडियो को पुलिस ने अफवाह बताया है। कहा है कि पहचान छिपाकर झूठ और बेबुनियाद आरोप लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में पुलिस के प्रवक्ता ने भी वीडियो का खंडन किया है।
सोशल मीडिया में समुदाय विशेष के लोगों द्वारा एक वीडियो प्रचारित की जा रही है। जिसमें कुछ महिलाओं के साथ पुलिस द्वारा अभद्र व्यवहार की शिकायत की जा रही है। इस तरह की वीडियो का पुलिस ने संज्ञान लिया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में की गई कार्रवाई सीआरपीसी के प्रावधानों के अनुसार की गई है। महिलाओं से महिला पुलिस कर्मियों ने ही पूछताछ की है। किसी भी महिला से पुलिस कर्मचारियों द्वारा किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं किया गया है।
वहीं पुलिस महानिरीक्षक पी/एम और प्रवक्ता नीलेश आनन्द भरणे ने बनभूलपुरा हिंसा में महिलाओं के साथ अभद्रता संबंधी वीडियो का पूरी तरह खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। कहा कि उत्तराखंड पुलिस मित्र पुलिस के अपने ध्येय पर बहुत गर्व करती है। कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान हम कानून का पालन करने वाले सभी नागरिकों विशेषकर महिलाएं और बच्चे के साथ शिष्टाचार, स्नेह और सम्मान का व्यवहार करते हैं।
उन्होंने कहा है कि महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार के प्रति उत्तराखंड पुलिस में शून्य सहिष्णुता है। यदि किसी के पास कोई विश्वसनीय साक्ष्य हैं तो वह उन्हें वर्तमान में चल रही मजिस्ट्रियल जांच के दौरान आयुक्त कुमाऊं या वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं। उस पर विधिसम्मत और त्वरित कार्यवाही की जाएगी। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा है कि हम कानून के अनुसार नागरिकों के सम्मान एवं उनके हितों की रक्षा के लिए कार्य करने का संकल्प रखते हैं।