उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में भूमि विवाद के दौरान महिला पटवारी और कानूनगो के साथ अभद्रता, धक्का-मुक्की और सरकारी दस्तावेज फाड़ने की घटना सामने आई है। मामले में रामनगर एसडीएम प्रमोद कुमार ने आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है और राजस्व टीम को तहरीर देने के निर्देश दिए हैं।
यह मामला रामनगर में कंदला गांव का है। जानकारी के अनुसार, महिला पटवारी पूनम और कानूनगो हरीश यादव जमीन की नाप-जोख के लिए कंदला गांव पहुंचे थे। इस दौरान एक परिवार, जिस पर भूमि पर जबरन कब्जा करने का आरोप था, ने नाप-जोख रोकने के लिए हंगामा खड़ा कर दिया। आरोप है कि परिवार के सदस्यों ने महिला पटवारी के हाथ से सरकारी फाइल और दस्तावेज फाड़ दिए, साथ ही टीम के साथ अभद्र व्यवहार, धक्का-मुक्की और जान से मारने की धमकी भी दी।
हंगामा और अभद्रता के कारण नाप-जोख की प्रक्रिया अधूरी रह गई। घटना के तुरंत बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया। एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया, “राजस्व निरीक्षक और पटवारी के साथ अभद्रता हुई है और सरकारी दस्तावेज फाड़े गए हैं। यह गंभीर अपराध है। कानूनगो और पटवारी को तहरीर देने को कहा गया है ताकि आरोपियों पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जा सके।”
प्रमोद कुमार ने आगे कहा कि सरकारी कार्य में बाधा डालना, दस्तावेज नष्ट करना और कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करना दंडनीय अपराध है। प्रशासन आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाएगा। इस घटना के बाद राजस्व विभाग के कर्मचारियों में भी रोष व्याप्त है।
राजस्व कर्मियों का कहना है कि लगातार ऐसे मामले बढ़ रहे हैं और प्रशासन को सुरक्षा और कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि सरकारी टीम सुरक्षित वातावरण में अपने कार्य को संपन्न कर सके। कंदला गांव में हुई यह घटना एक बार फिर विवादित भूमि मामलों में राजस्व कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है।


