उत्तराखण्ड एक्सीडेंट गढ़वाल देहरादून मौत हिल दर्पण

उत्तराखंड में एक और हादसा……….नदी में समाई कार, सेना के जवान की गई जान

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में एक और हादसा हो गया। चमोली जिले में देवालय के पास पिंडर नदी में कार गिर जाने से सेना के जवान की मौत हो गई। एसडीआरएफ ने आर्मी जवान का शव बरामद कर लिया है।

पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को डीसीआर चमोली द्वारा एसडीआरएफ को सूचित किया गया कि बीती रात देवाल में एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर नदी में गिर गया था जिसमें एक व्यक्ति लापता है। सूचना पर उप निरीक्षक पुष्कर सिंह जीना के नेतृत्व में एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम मय आवश्यक उपकरणों के तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड... कांग्रेस ने इस नेता को सौंपी अहम जिम्मेदारी

एसडीआरएफ टीम को घटनास्थल पर पहुँचकर ज्ञात हुआ कि बुधवार देर रात करीब साढ़े नौ बजे के आसपास देवाल-सुयालकोट-मानमती मोटर मार्ग पर रैन एवं गरसूं गांव के बीच एक कार वाहन संख्या यूके 07 एफएफ 0499 अनियंत्रित होकर पहाड़ी से नीचे गहरी खाई में गिरकर पिंडर नदी में समा गई जिसमें रैन गांव निवासी एवं भारतीय सेना के 14 गढ़वाल राइफल में तैनात 32 वर्षीय जवान प्रमोद सिंह पुत्र महिपाल सिंह बिष्ट की दर्दनाक मौत हो गई।

यह भी पढ़ें 👉  अंधड़ मचाएगी तबाही...चमकेगी बिजली, जमकर बरसेंगे मेघ, IMD का अलर्ट

एसडीआरएफ टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर नदी में उतरकर कड़ी मशक्कत करते हुए उक्त आर्मी जवान के शव को ढूंढ निकाला व नदी से बाहर निकालकर जिला पुलिस के सुपर्द किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी... अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई, गरजा बुल्डोजर
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में