भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में प्रशासन ने नेपाल सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है। क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल और सशस्त्र सीमा बल (SSB) की तैनाती की गई है। दिन के साथ-साथ रात में भी प्रभावी गश्त के निर्देश दिए गए हैं।
गुरुवार रात भारत-पाकिस्तान के बीच अचानक तनाव बढ़ने के बाद केंद्र और राज्य सरकारों ने सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता के निर्देश जारी किए। पीलीभीत की सीमा नेपाल से लगी होने के कारण यहां विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सीमावर्ती क्षेत्रों में पीएसी की दो कंपनियों को तैनात किया गया है, जो क्षेत्रीय पुलिस और SSB के साथ मिलकर नियमित पेट्रोलिंग कर रही हैं।
खुले और कच्चे रास्तों, बीहड़ इलाकों और नदी मार्गों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। आने-जाने वाले नागरिकों की गहन जांच की जा रही है। प्रशासन ने माधोटांडा और हजारा जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों के ग्रामीणों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत साझा करने की अपील की है।
इस बीच शुक्रवार दोपहर जिले में ‘यलो अलर्ट रिहर्सल’ किया गया, जिससे आम जनता को सुरक्षा का अहसास कराया जा सके। जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने शहर के संवेदनशील क्षेत्रों—जैसे बेलो वाला चौराहा और जामा मस्जिद क्षेत्र—का दौरा कर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। रिहर्सल के तहत मिश्रित आबादी वाले इलाकों में भारी पुलिस बल और पीएसी के जवान तैनात किए गए।
भ्रमण के दौरान ड्यूटी चार्ट न मिलने पर एसपी ने नाराजगी जाहिर की और सीओ सिटी को व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। जिला प्रशासन और SSB के वरिष्ठ अधिकारी लगातार संपर्क में हैं और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं।