कन्नौज में लड़की पक्ष ने एक महिला के साथ बड़ा खेल खेला। उन्होंने अपने घर में जन्मे किन्नर को लड़की बताया और महिला के बेटे से शादी कर ली। जब महिला को पता चला कि उसकी बहू किन्नर है तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। शादी के 5 साल बाद पति और सास को पता चला कि बहू ससुराल में है। इसके बाद झगड़ा हुआ तो किन्नर बनी बहू अपने मायके चली गई। ससुराल वालों के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने का मामला दर्ज किया गया है। लड़के की मां ने एसपी दरबार में न्याय की गुहार लगाई है।
धोखे से किन्नरों से शादी कराने का यह मामला कनौज के तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के रजईमऊ ठकुराइन गांव का है। यहां की बानो ने अपने इकलौते बेटे शान की शादी 2018 में कानपुर देहात के अटियारायपुर गांव निवासी रोशनी पुत्र साहिद से की थी। शादी के बाद 5 साल तक रोशनी ने बीमारी का बहाना बनाकर अपने पति से दूरी बनाए रखी, लेकिन कुछ महीने पहले शानू को पता चला कि उसकी पत्नी बनने वाली महिला किन्नर है। उसने ये बात अपनी मां को बताई।
जब मां ने दाई और नर्स से इसकी जांच कराई तो यह बात सच निकली कि वह किन्नर है। इसी बात को लेकर उनकी किन्नर बनी बहू से झगड़ा शुरू हो गया। कुछ दिन पहले बहू ने अपने माता-पिता के घर जाकर अपने पति और सास-ससुर के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। पुलिस से प्रताड़ित होने के बाद महिला एसपी के दरबार में पेश हुई और न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने एसपी से सच सामने लाने के लिए बहू की मेडिकल जांच कराने की भी मांग की है।
पीड़िता बानो ने कहा, ‘मेरी बहू किन्नर है। कोई सुनवाई नहीं हुई तो एसपी कार्यालय में गुहार लगाई है। हमने अपनी आंखों से देखा है। बहू का नाम रोशनी है और वह एक किन्नर है। ये शादी 16 नवंबर 2018 को हुई थी। जब हमें पता चला कि बहू किन्नर है तो हमने लड़की के परिवार को सूचित किया। वो लोग आये और हमें पीटा। वह अपनी बेटी को अपने साथ ले गया। अब बहू ने हमारे खिलाफ दहेज उत्पीड़न का झूठा मामला दर्ज करा दिया है। हमारी मांग है कि हमें न्याय मिले। हमें किन्नर के बदले लड़की दी जाये।