उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में हुई गंभीर चूक के मामले में आखिरकार प्रशासन ने कार्रवाई कर दी है। छह जुलाई को मुख्यमंत्री जब कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में ढेला, झिरना और फाटो जोन का निरीक्षण कर रहे थे, उस दौरान जिस जिप्सी (UK 19 GA 0067) का इस्तेमाल किया गया, उसकी फिटनेस वर्ष 2020 से नवीनीकृत नहीं थी।
इस लापरवाही की जानकारी सामने आने के बाद पार्क प्रशासन में हड़कंप मच गया। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने तुरंत मामले की जांच के निर्देश दिए। कॉर्बेट पार्क के निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने बताया कि जांच की जिम्मेदारी डिप्टी डायरेक्टर राहुल मिश्रा को सौंपी गई थी।
जांच में सामने आया कि वाहन के दस्तावेज अद्यतन न होने की जिम्मेदारी जिप्सी चालक मोहम्मद उमर, स्टोर कीपर इरशाद और पंकज पर थी। बावजूद इसके, वाहन की फिटनेस को वर्षों से नवीनीकृत नहीं कराया गया, जिसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में गंभीर लापरवाही माना जा रहा है।
हालांकि बाद में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (एआरटीओ) ने जिप्सी की तकनीकी जांच की, जिसमें उसे यांत्रिक रूप से फिट पाया गया। फिर भी दस्तावेजों की अनदेखी को गंभीर प्रशासनिक चूक मानते हुए जिप्सी चालक मोहम्मद उमर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। वहीं, स्टोर कीपर इरशाद और पंकज के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है।
कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने अब सभी सरकारी वाहनों की फिटनेस की पुनः समीक्षा शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की चूक दोहराई न जा सके। यह मामला प्रशासनिक सतर्कता और जवाबदेही की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर करता है।