महिला सिपाही ने अपने कांस्टेबल पति सहित ससुरालवालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में सामने आये इस मामले में एसपी ने आदेश पर नगर कोतवाली में दुष्कर्म, हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोप है कि महिला सिपाही से डायल-112 में तैनात कांस्टेबल से जान पहचान साल 2022 में हुई। इसके बाद उसने महिला को शादी का झांसा देकर कई बार दुष्कर्म किया। शिकायत पर मुकदमे से बचने के लिए मंदिर में शादी की। आरोप है कि अब आरक्षी पति लगातार अप्राकृतिक संबंध बनाने और प्रताड़ना की सारी हदें पार कर चुका है।
जिले के पुलिस विभाग में गैर जनपद की महिला बतौर आरक्षी तैनात है। उसका आरोप है कि नगर में वह किराए के मकान में रहती है। आरोपी सिपाही से अगस्त 2022 में जान पहचान हुई। अगस्त 2022 में प्रार्थिनी अपने घर लखनऊ इलाज के लिए जा रही थी। आरोपी उसे बस स्टॉप पर मिले और साथ में लखनऊ तक आया। इसके बाद विश्वास में लेकर चारबाग में होटल में ले गया, जहां उसकी इच्छा के विरुद्ध गलत काम किया। महिला सिपाही ने शिकायत करने की बात कही तो हाथ-पांव जोड़कर माफी मांगने लगा। शादी करने की बात पर महिला सिपाही ने उसकी शिकायत नहीं की। इस बीच वह कई बार गर्भवती हुई तो गर्भपात करा दिया।
बीते साल 11 अगस्त को भी अधिकारियों से मिलकर उसने आरोपी सिपाही के विरुद्ध शिकायत की। इस पर विपक्षी ने दुष्कर्म और भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध की सजा से बचने के लिए करनैलगंज के एक मंदिर में शादी कर ली। बीते साल नवंबर में उसके साथ सामाजिक रीति-रिवाज से शादी कर दी। इसमें उसके पिता ने कार, पांच लाख रुपये और अन्य सामान दहेज में दिए। शादी के बाद भी उसकी प्रताड़ना का दौर जारी रहा।
आरोप है कि दिसंबर 2023 में उसे अपने घर की छत से फेंक दिया जिससे उसका हाथ टूटने के साथ जबड़ा फट गया। इसके बाद ससुराल वाले उसे मायके छोड़ आए। आरोपी और उसका भाई लगातार पैसे की डिमांड करता है। आरोप है कि अगस्त 2024 में वह अपने ससुराल गई तो पति के भाई ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया। इन दिनों गर्भवती होने के बाद वह पति उसे अलग रहता है। नगर कोतवाल ने मनोज पाठक ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।