उत्तराखंड में पुलिस को मुठभेड़ के दौरान बड़ी सफलता हासिल हुई है। हरियाणा में हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा विनोद उर्फ विक्की राजपूत, जो वर्ष 2023 में पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हो गया था, को बहादराबाद पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी हरिद्वार जिले के दौलतपुर गांव में फर्जी पहचान के साथ पिछले दो वर्षों से छिपकर रह रहा था।
थानाध्यक्ष बहादराबाद अपनी टीम के साथ शांति व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को लेकर गश्त पर थे। पुलिस वाहन जब लोहे के पुल से होकर नहर पटरी मार्ग पर रानीपुर झाल की ओर बढ़ रहा था, तभी दो संदिग्ध व्यक्ति सामने से आते हुए दिखाई दिए। पुलिस को देख एक व्यक्ति ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने गाड़ी की आड़ लेकर आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की।
इस दौरान एक आरोपी अंधेरे और झाड़ियों का फायदा उठाकर फरार हो गया, जबकि दूसरा गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने घायल आरोपी को मौके पर ही काबू में ले लिया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान विनोद उर्फ विक्की राजपूत (40 वर्ष), पुत्र रामपाल, निवासी ग्राम मोखरा खेड़ी, थाना बहु अकबरपुर, जिला रोहतक (हरियाणा) के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने बताया कि वर्ष 2007 में गांव के ही नसीब नामक व्यक्ति की हत्या में वह अपने साथियों के साथ शामिल था। इस मामले में हरियाणा की एक अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी, और वह रोहतक जेल में बंद था।
सितंबर 2023 में 21 दिन की पैरोल पर जेल से छूटने के बाद वह फरार हो गया और पहचान बदल-बदलकर विभिन्न स्थानों पर छिपता रहा। अंततः वह हरिद्वार के दौलतपुर गांव में आकर फर्जी पहचान के साथ रहने लगा।
पुलिस ने आरोपी के पास से एक देसी तमंचा (.315 बोर), एक जिंदा कारतूस और दो फर्जी पहचान पत्र बरामद किए हैं। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी को शक था कि पुलिस उसकी तलाश में आ रही है, इसी आशंका में उसने फायरिंग कर दी।
घायल आरोपी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।