उत्तराखंड के हरिद्वार में किशोरी के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि किशोरी के पिता ने उसकी उम्र को बढ़ाकर उसे बालिग साबित करने के लिए फर्जी आधार कार्ड तैयार कराया था, जबकि स्कूल के प्रमाणपत्र में वह नाबालिग पाई गई। इस मामले में सिडकुल पुलिस ने किशोरी के पिता के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
महिला एसआई मनीषा नेगी के अनुसार, सिडकुल के एक कॉलोनी में किराए पर रहने वाले सहारनपुर निवासी व्यक्ति ने जनवरी में अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उस समय दिए गए आधार कार्ड में किशोरी की उम्र 18 साल बताई गई थी।