उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक जाम की समस्या आम होती जा रही है, लेकिन एक हादसे ने इस समस्या की गंभीरता उजागर कर दी। शहीद पथ पर लुलु मॉल के पास दो वाहनों की टक्कर के बाद भीषण जाम लग गया। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष समेत कई वरिष्ठ नेता भी जाम में फंस गए। घटना के बाद लापरवाही बरतने पर पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) निपुण अग्रवाल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन दरोगा, एक हेड कांस्टेबल और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया।
जानकारी के अनुसार, तड़के करीब 5:30 बजे कानपुर रोड की ओर से कमता की ओर जा रहे गिट्टी से लदे एक ओवरलोड डंपर ने आगे चल रहे वाहन को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद वाहन बीच सड़क पर फंस गया, जिससे दोनों लेन बाधित हो गईं। देखते ही देखते शहीद पथ पर कानपुर रोड तिराहे से कमता तक करीब 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि हादसे की सूचना मिलने के बावजूद सुशांत गोल्फ सिटी थाने से कोई पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा। नाइट अफसर, चौकी प्रभारी और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी सभी सोते रहे। नतीजतन, लोग घंटों तक जाम में फंसे बेहाल रहे।
करीब 9:20 बजे दिल्ली से लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी इस जाम में फंस गए। उनके साथ प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता भी थे। जब वीआईपी काफिला जाम में फंसा, तब पीछे चल रहे नेताओं ने पुलिस अधिकारियों को फोन कर जानकारी दी। इसके बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आया। तत्काल क्रेन मंगवाकर क्षतिग्रस्त वाहनों को हटवाया गया और लगभग 10 बजे के बाद यातायात सामान्य हो सका।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) निपुण अग्रवाल ने बताया कि शहीद पथ एक वीआईपी मार्ग है, जहां हर समय सतर्कता जरूरी होती है। संबंधित पुलिसकर्मियों ने न तो उच्चाधिकारियों को सूचना दी, न मौके पर पहुंचे और न ही जाम हटाने के लिए कोई प्रयास किया। इस लापरवाही के चलते तीन उपनिरीक्षक, एक हेड कांस्टेबल और एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।