कुवैत में दक्षिणी इलाके की एक इमारत में लगी आग में 40 भारतीयों की मौत हो गई है। यह भीषण हादसा बुधवार को स्थानीय समयानुसार तड़के 4 बजे के करीब हुआ। आग जिस इमारत में लगी थी, उसमें बड़ी संख्या में भारतीय मजदूर रह रहे थे।
अधिकारियों का कहना है कि मरने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है। यह आग अल-मंगफ नाम की इमारत में लगी, जहां मजदूर रहते थे। कुवैती मीडिया का कहना है कि कुछ लोगों की मौत आग में जलकर हुई है। वहीं बड़ी संख्या में लोगों की मौत धुंए के चलते दम घुटने से हुई। इस हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दुख जताया है।
हादसे में मृतकों की संख्या इसलिए भी अधिक हो गई क्योंकि आग तड़के 4 बजे लगी, जिस दौरान लोग सो रहे थे। ऐसे में लोगों को बचने का मौका नहीं मिला और उनका नींद में रहने के दौरान ही दम घुट गया। इस बिल्डिंग को NBTC ग्रुप नाम की एक कंपनी ने ले रखा था और इसमें 195 मजदूर रह रहे थे। इनमें से ज्यादातर लोग भारत के केरल, तमिलनाडु और कुछ उत्तर भारत के राज्यों के थे।
इस हादसे पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि कुवैत में आग लगने की घटना से हम दुखी हैं। अब तक जानकारी मिली है कि 40 लोगों की मौत हुई है और 50 लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले लोग भी बता रहे हैं कि 40 भारतीय मारे गए हैं। फिलहाल मृतकों की पहचान पता लगाई जा रही है। इसके अलावा दूतावास ने भी घटनास्थल पर संपर्क किया है और घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारतीय राजूत आदर्श स्वैका भी मौके पर पहुंचे हैं और पूरी जानकारी जुटा रहे हैं।
अस्पतालों में पहुंचे भारतीय राजदूत, जुटा रहे पूरी डिटेल
इसके अलावा यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि तेजी से बचाव कार्य चले। विदेश मंत्री ने कहा कि कुवैत में जान खोने वाले भारतीय लोगों के परिजनों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। हम उनकी मदद के लिए तत्पर हैं। घटनास्थल के अलावा भारतीय राजदूत ने तीन अस्पतालों का भी दौरा किया है, जहां पीड़ितों को एडमिट कराया गया है। भारतीय दूतावास का कहना है कि हम कुवैती फायर सर्विस और हेल्थ अथॉरिटीज के संपर्क में हैं। हर जरूरी कार्रवाई की जा रही है। सोशल मीडिया पर जो फुटेज आ रही हैं, उसमें देखा जा रहा है कि कैसे इमारत आग की चपेट में आ गई है और उसे बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं।