हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने शासन-प्रशासन पर हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र, जिसे वे अपनी पहचान और विकास का प्रतीक मानते हैं, आज गंभीर संकट का सामना कर रहा है।
विधायक ने कहा कि जिला प्रशासन का भेदभावपूर्ण रवैया स्थानीय लोगों में गहरी निराशा पैदा कर रहा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने खनन न्यास निधि से जुड़े कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों के प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजे हैं, लेकिन उनकी मंजूरी अब तक नहीं मिल पाई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन खुद विकास कार्यों में बाधा डाल रहा है।
सुमित हृदयेश ने कहा कि हल्द्वानी के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं प्रस्तावित थीं, जिनमें सड़कों का निर्माण, जल आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और शिक्षा में सुधार शामिल थे। लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता ने इन योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया है, जिसके परिणामस्वरूप जनता बुनियादी सुविधाओं से वंचित हो रही है।
विधायक ने विकास के नाम पर हो रही तोड़फोड़ पर भी प्रशासन को घेरते हुए कहा कि अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने का कार्य अव्यवस्था को बढ़ावा दे रहा है और विकास कार्यों की गति को बाधित कर रहा है। उन्होंने इन जनहित से जुड़े मुद्दों को विधानसभा में मजबूती से उठाने का आश्वासन दिया और कहा कि उनका नैतिक कर्तव्य है कि वह जनता के अधिकारों की रक्षा करें।
सुमित हृदयेश ने प्रशासनिक अनदेखी पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि प्रस्तावों को ठंडे बस्ते में डालने का कारण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने शहर के विकास के लिए सभी से एकजुट होने की अपील की और कहा कि हमें प्रशासन पर दबाव बनाना होगा ताकि विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा सके। उनका लक्ष्य सिर्फ हल्द्वानी का विकास नहीं, बल्कि पूरे राज्य की प्रगति का हिस्सा बनना है।