उत्तराखंड के दुग्ध कर्मियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। नैनीताल आंचल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, लालकुआँ के वर्षों से लंबित मांगों को आगे बढ़ाते हुए संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा से शिष्टाचार भेंट की। बैठक के दौरान कर्मचारियों से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई और लंबे समय से अटके प्रस्ताव मंत्री के समक्ष प्रस्तुत किए गए।
इस मुलाकात की सबसे बड़ी उपलब्धि रही कि 14 वर्षों से लंबित 43 पात्र कर्मचारियों की पदोन्नति को मंत्री ने तत्काल सहमति दे दी। इसके साथ ही बोरा ने बैठक में अन्य महत्वपूर्ण मांगें भी रखीं—जिनमें पर्वतीय क्षेत्रों में महिला डेरी सचिवों का मानदेय 50 पैसे से बढ़ाकर 1 रुपये करना, मैदानी क्षेत्र के सचिवों को पर्वतीय क्षेत्रों जैसी सुविधा देने, महंगाई भत्ते की पुरानी व्यवस्था बहाल करने, वर्ष 2016 से 2019 तक के सातवें वेतनमान के एरियर की स्वीकृति, 1 लाख लीटर दूध हैंडलिंग क्षमता के अनुरूप स्टाफिंग पैटर्न लागू करने तथा आधुनिक एन.डी.डी.बी. प्लांट में मशीनरी की विशेषज्ञ स्थापना जैसे मुद्दे शामिल रहे।
मंत्री बहुगुणा ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए कहा कि सरकार दुग्ध संघ के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगी और किसानों तथा दुग्ध उत्पादकों के हित में जल्द ऐतिहासिक निर्णय किए जाएंगे। अध्यक्ष बोरा ने मंत्री के आश्वासन को उत्साहजनक बताते हुए कहा कि यह निर्णय हजारों दुग्ध उत्पादकों और कर्मचारियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।
इस अवसर पर संघ के कई अधिकारी एवं कर्मचारी—उमेश पठालनी, संजय सिंह भाकुनी, सुभाष बाबू, धर्मेन्द्र सिंह राणा, खलील अहमद, शांति कोरंगा, मुन्नी आर्या, मोहन जोशी, कमलेश कुमार, रमेश मेहता, रमेश आर्या, विपिन तिवारी, हेमन्त पाल, मीना रौतेला और राजू दुम्का—भी मौजूद रहे।


